Rekha mishra

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लेखनी प्रतियोगिता -15-Dec-2021

                    मैं बूढी नहीं हूँ 

ये कहानी है  नीरा जी की जो उम्र में केवल  75 की हैं और काफी चुस्त  और फुर्ती  वालीं है, या यूँ कह सकते हैं उम्र को मात देने वाली  महिला, दरअसल इनके सुपुत्र  विदेश में अपने बीवी  बच्चों के साथ रहते है माँ को यहीं छोड़ कर चले गए हैं, क्यूंकि माँ की गलती ये थी कि पिता के स्वर्गवासी होने के बाद दिन रात काम कर कर इन्हें पाला पोसा गया, दिल में तकलीफ है पर बेटे के सामने जाहिर नहीं किया, वो चाहती थी बेटा साथ रहे, काफी उम्र से काम करने के कारण उन्हें एक अच्छी समझ और पढ़ाई लिखाई में भी अच्छी होने के कारण नौकरी अच्छी मिली थी तो अब घर बैठे पेंशन मिलती थी, लेकिन जिस इंसान ने इतना काम किया हो घर बैठना आसान नहीं होता तो उस अकेलेपन से लड़ने के लिया नीरा जी ने एक क्लब बनाया जिसमें उन्हीं की तरह बढ़े बूढे अकेले हुए लोगों को समय गुजारने खेल कूद यूँ कह सकते हैं एक अच्छा समय बिताने का प्रबंध किया ये सब उनकी जमा पूंजी से ही शुरू हुआ। फिर समाज के कुछ धनी लेकिन अकेले बुजुर्गों ने उनकी सहायता के लिए हाथ बढ़ाया कुछ ही समय में उस जगह का अच्छा खासा नाम और कमाई भी चालू हुई हुआ यूँ के छोटे छोटे काम भी जिनके लिए पैसे की कमी थी चालू करवाये गए तो बढ़े बूढ़ों का टाइम पास भी कमाई भी, तभी कुछ बढ़े समाज सुधारक आगे आए और बढ़े लेवल पर उस काम को आगे बढ़ाया गया, किसी जानने वाले की जरिए बेटे तक जानकारी पहुंची उन्हें लगा माँ सारा पैसा ऐसे ही लुटा देगी तो वापस आए मिलने के बहाने पैसा बटोरने, माँ जानती थी बेटा क्यूँ आया है, पर वो चुप थी तभी राज्य सरकार द्वारा उस संस्था को सम्मानित किये जाने की बात सामने आयी साथ भारी रकम जो उनकी सहायता के लिए होगी देने की बात हुई, तो एक रंगारंग कार्यक्रम हुआ वहां नीरा जी को सम्मानित करने हेतु ऊपर बुलाया सीढ़ी चढ़ते हुए उनका पैर हल्का सा मूड गया बेटा सम्भालने लगा माँ ने हंसते हुए बोला, मै बूढी नहीं हुई, खुदको सम्हालते हुए कहा रह रही हूं ना तेरे बिना आगे भी रह लूँगी आगे बढ़ गई पर बेटा कुछ सोच में डूब गया उसे खुद पर शर्म आ रही थी के आज भी खड़ा हूं तो लालच के लिए माँ के लिए नहीं, उम्र का लगभग आखिरी पड़ाव बेटा अपने बीवी बच्चों के साथ माँ के साथ रहने लगा वो उन शब्दों में माँ की वेदना समझ चुका था और खुद की जिम्मेदारी  

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10 Comments

Dipanshi singh

16-Dec-2021 05:03 PM

बहुत सुंदर

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Shrishti pandey

16-Dec-2021 03:09 PM

Nice

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Abhinav ji

15-Dec-2021 11:38 PM

बहुत बढ़िया

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